पत्नी को गधे की तरह पीटता रहा पति, दहेज की मांग ने ले ली एक बेटी की जान — केरल की अतुल्या की दर्दनाक कहानी
केरल के कोल्लम जिले की रहने वाली 30 वर्षीय अतुल्या शेखर की मौत ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। यह मामला सिर्फ एक घरेलू हिंसा की घटना नहीं, बल्कि एक ऐसी कहानी है जिसमें एक महिला ने अपने पति की क्रूरता, दहेज की लालच और सामाजिक चुप्पी के चलते अपने जीवन की कीमत चुकाई। अतुल्या की संदिग्ध मौत यूएई के शारजाह में हुई, जहां वह अपने पति सतीश के साथ रहती थी।
यह घटना सिर्फ एक मौत की नहीं, बल्कि एक पूरे सिस्टम की विफलता की कहानी है, जहां एक शिक्षित और आत्मनिर्भर महिला को बार-बार मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ा, और अंततः उसे अपनी जान गंवानी पड़ी।
वायरल वीडियो ने खोली पति की पोल
इस केस की सबसे सनसनीखेज बात एक वायरल वीडियो है, जिसमें अतुल्या का पति सतीश उसे बुरी तरह पीटते हुए दिखाई दे रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि सतीश शराब के नशे में अतुल्या के साथ बेहद अमानवीय व्यवहार कर रहा है। इस वीडियो के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर गुस्सा फूट पड़ा और लोग न्याय की मांग करने लगे।
परिवार का दावा है कि सतीश ने दहेज के लिए सालों से अतुल्या को प्रताड़ित किया। वह उस पर नौकरी न करने का दबाव बनाता था और आए दिन उसे मारता-पीटता था।
पिता ने किया बड़ा खुलासा
अतुल्या के पिता राजशेखरन पिल्लई ने कोल्लम पुलिस को दिए अपने बयान में बताया कि उनकी बेटी आत्मनिर्भर बनना चाहती थी। वह नौकरी करके अपनी 10 साल की बेटी का भविष्य संवारना चाहती थी, लेकिन सतीश उसे कभी भी आत्मनिर्भर नहीं बनने देता था।
उन्होंने कहा, “मेरी बेटी ने मुझसे कई बार कहा कि सतीश उसे रोज मारता है। उसने अपने दर्द को छुपाने की बहुत कोशिश की, लेकिन अंत में वो टूट गई।”
शादी के बाद शुरू हुआ अत्याचार
शादी के कुछ महीनों बाद ही सतीश का असली चेहरा सामने आने लगा। वह हर छोटी-छोटी बात पर अतुल्या को मारता और गालियां देता। शुरुआत में अतुल्या ने यह सब सह लिया, लेकिन धीरे-धीरे अत्याचार असहनीय हो गया।
अतुल्या के दोस्तों का कहना है कि वह अक्सर अपने शरीर पर चोट के निशान छुपाती थी। वह डरी हुई रहती थी, लेकिन बेटी के कारण सब कुछ सह रही थी।
शारजाह में संदिग्ध हालात में मिली लाश
अतुल्या की लाश उसके फ्लैट में संदिग्ध हालत में मिली थी। UAE पुलिस ने जांच शुरू की, लेकिन जब वायरल वीडियो और पारिवारिक बयान सामने आए, तब शक की सुई सतीश पर टिक गई।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, सतीश ने कबूल किया कि वह शराब के नशे में अतुल्या को मारता था, लेकिन उसका दावा है कि उसने आत्महत्या नहीं की।
फोकस कीवर्ड का संदर्भ: “केरल की अतुल्या”, “अतुल्या शेखर केस”, “दहेज प्रताड़ना”, “घरेलू हिंसा”
यह मामला “केरल की अतुल्या” की कहानी से जुड़ा है जो “अतुल्या शेखर केस” के रूप में जाना जा रहा है। इसमें “दहेज प्रताड़ना” और “घरेलू हिंसा” जैसे गंभीर मुद्दे उभरकर सामने आए हैं, जो भारतीय समाज के लिए एक चेतावनी हैं।
बेटी के लिए जी रही थी अतुल्या
अतुल्या की 10 साल की बेटी अब अपने नाना-नानी के पास है। परिवार का कहना है कि वह बेटी के भविष्य के लिए जूझ रही थी। उसके सपने थे, उसकी इच्छाएं थीं, लेकिन पति की हिंसा और समाज की चुप्पी ने उसकी जिंदगी छीन ली।
अब क्या आगे?
यूएई पुलिस द्वारा फॉरेंसिक जांच के बाद सतीश को भारत लाया जा सकता है। परिवार ने सरकार से न्याय की गुहार लगाई है। वहीं सोशल मीडिया पर भी #JusticeForAtulya ट्रेंड कर रहा है।
यह केस सिर्फ एक महिला की कहानी नहीं, बल्कि उन हजारों महिलाओं की आवाज है जो रोज इस समाज में दहेज और घरेलू हिंसा के खिलाफ संघर्ष कर रही हैं।
निष्कर्ष
अतुल्या की मौत ने हमें फिर से यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या दहेज जैसी कुप्रथाएं अब भी हमारे समाज में इतनी गहरी हैं कि एक महिला को अपनी जान तक देनी पड़े? क्या हम सच में आधुनिक हो गए हैं या सिर्फ दिखावा कर रहे हैं?
जब तक समाज, कानून और सिस्टम मिलकर इस तरह की घटनाओं पर सख्त कार्रवाई नहीं करेगा, तब तक “केरल की अतुल्या” जैसी कहानियां बार-बार दोहराई जाएंगी।