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Tula Sankranti 2025 Kab Hai? 17 October—Surya Gochar, Mahatva

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On: October 13, 2025 3:18 PM
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Tula Sankranti 2025 Surya Dev worship arghya offering 17 October

Tula Sankranti 2025: तारीख, समय और सूर्य गोचर का महत्व

हर महीने सूर्य देव एक राशि से दूसरी राशि में travel करते हैं। इसे “संक्रांति” कहते हैं। 17 अक्टूबर 2025 को सूर्य कन्या राशि छोड़कर तुला राशि में प्रवेश कर रहे हैं। इसे तुला संक्रांति कहते हैं।

“Sankranti” यानी transition—जैसे मकर संक्रांति (January में famous है), वैसे ही यह भी एक important day है। खासकर तुला राशि वालों के लिए। Astrologically, सूर्य की movement से सबकी राशियों पर असर पड़ता है। इस दिन दान-पुण्य करना, तीर्थ स्नान करना बहुत शुभ माना जाता है।

चलिए detail में समझते हैं—क्या है Tula Sankranti 2025 का significance, क्या करना चाहिए और कैसे बनेंगे शुभ योग।

Tula Sankranti 2025 की Exact Date और Time

तारीख: 17 अक्टूबर 2025, शुक्रवार

Exact Transit Time: सुबह से दोपहर के बीच (exact time varies by panchang—कुछ sources कहते हैं सुबह 9-10 AM, कुछ दोपहर 12 PM। आमतौर पर पूरा दिन ही शुभ माना जाता है)।

सूर्य कन्या राशि (Virgo) से निकलकर तुला राशि (Libra) में enter कर रहे हैं। यह transition month-long stay की शुरुआत है—next month तक सूर्य तुला में रहेंगे।

तुला राशि को Venus (शुक्र) rule करता है, जो love, beauty, balance का planet है। इसलिए यह समय relationships, harmony, artistic pursuits के लिए अच्छा होता है। इस बार शुक्रवार को तुला संक्रांति होने से शुक्र और सूर्य का अद्भुत संयोग बन रहा है।

नोट: अगर आप exact time जानना चाहते हो detailed panchang के लिए, तो local pandit या drikpanchang.com check करें। लेकिन generally पूरा दिन ही संक्रांति का माना जाता है।

Tula Sankranti का क्या Significance है?

1. Astrological Importance:

सूर्य जब भी राशि बदलते हैं, सभी 12 राशियों के लोगों की life में कुछ न कुछ change आता है। Career, health, relationships—सब पर impact होता है। तुला राशि वालों के लिए खासतौर पर next 30 days अच्छे होते हैं—क्योंकि सूर्य उनकी राशि में होते हैं।

हालांकि, ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य तुला राशि में नीच स्थिति में रहते हैं। इसका मतलब है कि यह समय विनम्रता, संतुलन और आत्मविश्लेषण का है। इस दौरान किए गए सूर्य उपासना और साधना विशेष फलदायी होती है।

2. Spiritual Significance:

Hindu परंपरा में संक्रांति के दिन तीर्थ स्नान (holy river bath), दान (charity), पितर तर्पण (offering to ancestors) बहुत important माना जाता है। इस दिन किया गया दान सामान्य दिन से कई गुना ज्यादा फल देता है—ऐसी मान्यता है। धार्मिक ग्रंथों में बताया गया है कि Tula Sankranti के दिन स्नान और दान से साधक को पुण्य की प्राप्ति होती है।

3. Seasonal Change:

तुला संक्रांति autumn season (शरद ऋतु) का confirmation है। Weather बदल रहा है—गर्मी खत्म, ठंडक शुरू। त्योहारों का season है (Diwali आने वाली है)। इस समय दिन और रात की अवधि लगभग समान हो जाती है, जो संतुलन का प्रतीक है।

4. Special Yogas in 2025:

इस बार 17 अक्टूबर को कुछ विशेष शुभ योग बन रहे हैं:

  • सर्वार्थ सिद्धि योग: इस योग में किए गए कार्य निश्चित रूप से सफल होते हैं
  • सिद्ध योग: लक्ष्यों की प्राप्ति, यश और मान-सम्मान बढ़ाने वाला
  • शुक्रवार का संयोग: शुक्र और सूर्य दोनों की ऊर्जा से सुख, वैभव और पारिवारिक सौहार्द

5. Karma Theory:

कुछ लोग मानते हैं कि संक्रांति के दिन जो भी अच्छा काम करोगे, उसका positive effect पूरे month रहता है। असली बात: चाहे आप astrologically believe करो या नहीं, यह एक reminder है—nature के साथ flow करो, balance maintain करो (तुला = balance), और kindness spread करो (दान के through)।

Tula Sankranti पर क्या करना चाहिए (Do’s)

1. तीर्थ स्नान (Holy Bath):

अगर गंगा, यमुना, गोदावरी जैसी पवित्र नदी के पास रहते हो, तो सुबह स्नान करो। नहीं तो घर में ही नहाते समय bucket में थोड़ा गंगाजल मिला लो। प्रातःकाल स्नान करने से शरीर और मन दोनों शुद्ध होते हैं।

2. सूर्य को अर्घ्य दें:

सुबह सूर्योदय के समय, तांबे के लोटे में पानी + थोड़े फूल + थोड़ा लाल चंदन डालकर सूर्य देव को अर्घ्य दो। मंत्र बोलें: “ॐ घृणि सूर्याय नमः” या “ॐ सूर्याय नमः”। Simple 2-minute process।

3. दान करें (Most Important):

तुला संक्रांति पर किया गया दान विशेष फलदायी है:

  • अन्न: Rice, wheat, dal—गरीबों या धर्मशाला में
  • तिल और गुड़: Traditional दान items
  • लाल वस्त्र: सूर्य को प्रसन्न करने के लिए
  • तांबे का बर्तन: यदि afford कर सकते हैं
  • पैसे: गरीबों को, NGO को, temple में
  • भोजन: किसी जरूरतमंद को खाना खिलाओ

4. पितरों को तर्पण:

अगर घर में परंपरा है तो ancestors को जल अर्पित करो, श्राद्ध करो। यह दिन पितर तर्पण के लिए भी शुभ माना गया है।

5. Satvik भोजन:

इस दिन non-veg avoid करो। सादा, pure vegetarian खाओ। यदि possible हो तो एक समय का उपवास रखें।

6. सूर्य मंत्र जाप:

सूर्य देव की कृपा पाने के लिए कुछ खास मंत्रों का जाप करें:

  • “ॐ सूर्याय नमः” – 108 बार
  • “ॐ घृणि सूर्याय नमः” – सूर्य बीज मंत्र
  • आदित्य हृदयम् स्तोत्र – यदि पता हो तो पूरा पाठ करें
  • गायत्री मंत्र – 11 या 21 बार

7. Charity Online भी:

आजकल online donation भी कर सकते हो—Akshaya Patra, CRY, local temples की websites। Intention important है, medium नहीं।

8. अपनी राशि के हिसाब से उपाय:

तुला राशि वाले: शुक्रवार को white या pastel कपड़े पहनें, चांदी पहनें, Venus को मजबूत करने के उपाय करें। अन्य राशियों के लिए अलग उपाय हैं (नीचे section में)।

Tula Sankranti से जुड़े Myths और Stories

कहते हैं कि तुला संक्रांति के दिन Lord Surya, Lord Vishnu और Goddess Lakshmi की विशेष कृपा होती है। एक कथा के अनुसार, ancient times में एक king ने इसी दिन बहुत बड़ा दान किया था। उसकी kingdom में prosperity आ गई। उसके बाद प्रजा में भी खुशहाली फैल गई। तब से यह tradition चली आ रही है।

South India (खासकर Karnataka, Andhra Pradesh, Tamil Nadu) में यह festival बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। वहां इसे “Thula Masa” या “Tulam” कहते हैं—holy month की शुरुआत। इस महीने में temples में विशेष पूजा और उत्सव होते हैं।

North India में उतना prominently नहीं मनाते, लेकिन जो ज्योतिष में रुचि रखते हैं और धार्मिक परंपराओं को जानते हैं, वे इसे importance देते हैं। यह दिन विशेष रूप से स्नान, दान और सूर्य उपासना का है।

Zodiac-Wise Impact (सभी राशियों पर प्रभाव)

सूर्य का तुला राशि में गोचर सभी 12 राशियों को अलग-अलग तरीके से प्रभावित करता है:

राशिप्रभाव (Next 30 Days)
Aries (मेष)Career में नई opportunities। Partnerships में धैर्य रखना—conflicts avoid करें।
Taurus (वृषभ)Health का ध्यान रखें। Finance stable रहेगा। Daily routine improve करें।
Gemini (मिथुन)Romantic life में मजा आएगा। Creativity boost। Entertainment और enjoyment का time।
Cancer (कर्क)Family matters पर focus। Home improvement का time। Emotional bonding बढ़ेगी।
Leo (सिंह)Communication skills shine करेंगी। Learning opportunities। Short travels possible।
Virgo (कन्या)सूर्य आपकी राशि से जा रहे हैं। थोड़ा आराम मिलेगा। Financial planning करें।
Libra (तुला)आपकी बारी! सूर्य आपकी राशि में। Confidence boost, leadership opportunities, self-improvement।
Scorpio (वृश्चिक)Spiritual growth। Behind-the-scenes planning। Introspection का समय।
Sagittarius (धनु)Social connections बढ़ेंगे। Networking का time। Friends से मदद मिलेगी।
Capricorn (मकर)Career peak। Recognition मिल सकता है। Authority figures से support।
Aquarius (कुंभ)Travel, education। Long-term goals पर focus। Knowledge gain करें।
Pisces (मीन)Financial matters। Investments सोच-समझकर। Transformation का समय।

Disclaimer: ये general predictions हैं। Detailed horoscope के लिए qualified astrologer consult करें।

प्रश्न और उत्तर (FAQs)

Q1: Tula Sankranti 2025 कब है?
A: 17 अक्टूबर 2025, शुक्रवार को। सूर्य देव कन्या राशि से तुला राशि में प्रवेश करेंगे।

Q2: Tula Sankranti और Makar Sankranti में क्या fark है?
A: Makar Sankranti ज्यादा famous है (January में) और बड़े स्तर पर celebrate होती है। तुला संक्रांति उतनी widely celebrate नहीं होती, लेकिन astrologically equally important है। दोनों में सूर्य की राशि परिवर्तन common factor है।

Q3: क्या इस दिन व्रत रखते हैं?
A: Compulsory नहीं। कुछ लोग सूर्य देव के लिए रखते हैं, लेकिन यह optional है। मुख्य focus स्नान, दान और पूजा पर है।

Q4: तुला राशि वालों को क्या करना चाहिए?
A: दान जरूर करें, white या pastel colors पहनें, सूर्य को arghya दें। यह आपका favorable month शुरू हो रहा है—confidence boost करने वाला समय। सूर्य मंत्र का जाप regular करें।

Q5: दान में क्या-क्या दे सकते हैं?
A: Rice, wheat, तिल, गुड़, लाल कपड़े, तांबे का बर्तन, पैसे, भोजन—कुछ भी जो आपकी capacity में हो। Intention pure होना चाहिए।

Q6: Tula Sankranti का कौन सा month शुरू होता है?
A: Tula Masa (October-November period), जो South India में विशेष रूप से holy month माना जाता है। कुछ regions में इसे “Thula Masam” कहते हैं।

Q7: Working day है, तो कैसे celebrate करें?
A: सुबह जल्दी उठकर नहाएं, सूर्य को arghya दें (5 minutes)। Online donation कर दें। Evening को satvik भोजन करें। Simple और practical।

Q8: क्या science में कोई reason है?
A: Seasonal transition का scientific impact होता है—weather change, daylight hours change, atmospheric pressure variations। Psychologically भी यह fresh start feel कराता है और nature के साथ sync करने का reminder है।

निष्कर्ष (Conclusion)

Tula Sankranti 2025 एक subtle, लेकिन meaningful दिन है। भले ही यह Diwali या Holi जितना big festival नहीं, लेकिन अगर आप astrology में believe करते हो या spirituality में interested हो, तो इसे miss मत करो।

छोटा सा दान, एक simple prayer, थोड़ी positivity spread करो—बस इतना काफी है। सूर्य देव की कृपा से जीवन में संतुलन, ऊर्जा और सफलता आती है। इस बार शुक्रवार को पड़ने से यह दिन और भी special है।

सबको Tula Sankranti की शुभकामनाएं!

Note: यह article धार्मिक मान्यताओं और ज्योतिष शास्त्र पर आधारित है। Predictions general हैं। Personal guidance के लिए qualified astrologer से परामर्श लें।

Last Updated: 13 October 2025

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