TCS Layoffs 2025: 12,000 Employees पर हुआ बड़ा असर, वजहें और भविष्य का कदम
Tata Consultancy Services (TCS) ने 2025 में करीब 12,000 कर्मचारियों की छंटनी की घोषणा की है। यह कंपनी के इतिहास की सबसे बड़ी layoffs में से एक है, जिसका IT industry पर व्यापक असर पड़ेगा। इस लेख में जानेंगे कि TCS layoffs के पीछे क्या कारण हैं, इसका कर्मचारियों और इंडस्ट्री पर क्या प्रभाव होगा, और कंपनी क्या सपोर्ट दे रही है।
TCS Layoffs 2025: संख्या और स्कोप
2025-26 वित्तीय वर्ष में TCS अपनी global workforce का लगभग 2% यानी करीब 12,000 कर्मचारियों को निकालने जा रही है। ये मुख्यतः mid-level और senior पदों पर काम करने वाले कर्मचारी हैं, जिनकी skills नए business models और टेक्नोलॉजी के अनुरूप नहीं हैं।
छंटनी के पीछे की मुख्य वजहें
- AI और Automation की वजह से Role बदलना: Artificial Intelligence (AI) और automation टूल्स के चलते कई पुराने और manual roles obsolete हो गए हैं। TCS अपनी टीम को modern और AI-ready बनाने पर फोकस कर रही है।
- COVID-19 के बाद मांग में कमी: महामारी के दौरान कंपनी ने तेज़ी से hiring की थी, लेकिन अब बिजनेस slowdown और global economic conditions के कारण adjustment करना पड़ रहा है।
- Skill Mismatch: कई सीनियर कर्मचारी नई तकनीकों को अपनाने में पीछे रह गए हैं, इसलिए उन्हे कंपनी ने बाहर किया है ताकि माहौल युवा और skilled रहे।
- Profit Driven Strategy: यूनियनों का आरोप है कि यह छंटनी केवल कंपनी के profit margins को बढ़ाने के लिए की जा रही है, ना कि genuine बिजनेस जरूरत के लिए।
कर्मचारियों के लिए सपोर्ट और राहत पैकेज
TCS ने प्रभावित कर्मचारियों को एक अच्छा सेवरेंस पैकेज देने का आश्वासन दिया है, जिसमें नोटिस पीरियड की फुल पेमेंट, आउटप्लेसमेंट सपोर्ट, और कैरियर काउंसलिंग शामिल है। इसके साथ ही, शेष 80% कर्मचारियों के लिए 4.5 से 7% तक की सैलरी हाइक भी तय की गई है ताकि कर्मचारी मनोबल बना रहे।
IT सेक्टर और बाजार पर असर
TCS layoffs से IT इंडस्ट्री में सतर्कता बढ़ गई है। अन्य कम्पनियां भी अपने ऑपरेशन्स में बदलाव कर रही हैं, खासकर AI और automation के चलते। बाजार में TCS का शेयर प्राइस गिरा है और यूनियनों ने सरकार से इस पर कड़े कदम उठाने की अपील की है।
CEO सैलरी और कॉर्पोरेट जवाबदेही पर बहस
छंटनी के बीच TCS CEO की ₹26.52 करोड़ की सैलरी को लेकर भी सवाल उठे हैं और यह चर्चा चली कि क्या इतनी बड़ी सैलरी के बावजूद कर्मचारियों की छंटनी उचित है। इस मुद्दे ने आर्थिक और नैतिक बहस को जन्म दिया है।
TCS Layoffs का भविष्य और टिप्स
जो कर्मचारी छंटनी की चपेट में आए हैं, उन्हें चाहिए कि वे नई स्किल्स सीखकर AI और डिजिटल टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में खुद को अपडेट रखें। लगातार सीखना और अपने आप को फिट रखना IT सेक्टर में टिके रहने का सबसे पक्का रास्ता है।
निष्कर्ष
2025 में TCS का यह बड़ा restructuring कदम AI-आधारित टेक्नोलॉजी बदलाव, स्किल्स अपडेट और बिजनेस जरूरतों का नतीजा है। यह कर्मचारियों के लिए एक चुनौती है, लेकिन नए अवसर भी लेकर आता है। TCS की तरफ से राहत और सपोर्ट जरूर दी जा रही है, लेकिन बेहतर फ्यूचर के लिए खुद को टेक्नोलॉजी के अनुरूप ढालना जरूरी है।
इंडस्ट्री अपडेट्स के लिए पढ़ें: Tech-News-Today
IT सेक्टर के बारे में अधिक जानकारी के लिए: Wikipedia – Indian IT Industry