Surya Grahan Kab Lagega 2025? यह सवाल हर किसी के मन में है क्योंकि 2025 में होने वाला सूर्य ग्रहण धार्मिक और वैज्ञानिक दोनों दृष्टि से बेहद खास माना जा रहा है। भारत में लोग इस खगोलीय घटना को लेकर उत्साहित भी हैं और सावधान भी।
सूर्य ग्रहण 2025 की तारीख और समय
पंचांग और NASA की गणना के अनुसार, 21 सितंबर 2025 को सूर्य ग्रहण लगेगा। यह ग्रहण आंशिक (Partial Solar Eclipse) होगा और भारत सहित एशिया के कई हिस्सों में दिखाई देगा।
ग्रहण शुरू होने का समय: रात 10:59 बजे (भारतीय समयानुसार)
ग्रहण समाप्त होने का समय: लगभग 2:30 बजे (22 सितंबर की सुबह)
कुल अवधि: करीब 3 घंटे 30 मिनट
भारत में Surya Grahan कहाँ दिखाई देगा?
- उत्तर-पूर्व भारत – असम, मेघालय, नागालैंड में ग्रहण का दृश्य स्पष्ट होगा।
- दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु जैसे महानगरों में यह आंशिक रूप से दिखाई देगा।
- दक्षिण भारत (केरल, तमिलनाडु) में इसका प्रभाव बहुत हल्का रहेगा।
- लद्दाख, हिमालयी क्षेत्र और पूर्वी राज्यों में ग्रहण का सबसे अच्छा दृश्य मिलेगा।
ISRO और TimeandDate.com के अनुसार यह ग्रहण एशिया, ऑस्ट्रेलिया और प्रशांत महासागर के कुछ हिस्सों से भी देखा जा सकेगा।
Surya Grahan का वैज्ञानिक कारण
जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है और सूर्य की किरणों को आंशिक या पूर्ण रूप से रोक लेता है, तब सूर्य ग्रहण लगता है। 21 सितंबर का यह ग्रहण आंशिक होगा यानी सूर्य का केवल कुछ हिस्सा ही ढकेगा।
धार्मिक महत्व और सूतक काल
हिंदू धर्म में सूर्य ग्रहण को विशेष महत्व दिया गया है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ग्रहण के समय सूतक काल मान्य होता है।
- ग्रहण शुरू होने से 12 घंटे पहले सूतक लग जाता है।
- सूतक के दौरान मंदिरों के द्वार बंद कर दिए जाते हैं।
- खाना बनाना और खाना-पीना निषिद्ध माना जाता है।
- मंत्र जाप और दान-पुण्य को शुभ माना जाता है।
ग्रहण का आम आदमी पर असर
भारत में हर बार की तरह यह सवाल उठ रहा है – “Surya Grahan Kab Lagega और इसका असर हमारी जिंदगी पर क्या होगा?”
- गर्भवती महिलाएँ: उन्हें ग्रहण के समय बाहर जाने से बचने की सलाह दी जाती है।
- बच्चे और बुजुर्ग: उनकी सेहत पर सीधा असर पड़ सकता है, इसलिए उन्हें विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है।
- व्यापार और शेयर बाज़ार: ज्योतिषियों का मानना है कि ग्रहण काल में सोने-चांदी और स्टॉक मार्केट में हलचल हो सकती है।
- स्वास्थ्य: मानसिक तनाव, आंखों की समस्या और पाचन तंत्र पर असर की संभावना बताई जाती है।
सुरक्षित तरीके से Surya Grahan कैसे देखें?
NASA और ISRO की गाइडलाइन के अनुसार, सूर्य ग्रहण को नग्न आंखों से देखना बेहद खतरनाक है। इससे आंखों की रेटिना स्थायी रूप से खराब हो सकती है।
- हमेशा Solar Eclipse Glasses का इस्तेमाल करें।
- कैमरा, दूरबीन या टेलीस्कोप का उपयोग करते समय Solar Filters लगाएँ।
- ग्रहण का प्रतिबिंब पानी या काले काँच से देखने से बचें।
- बच्चों को अकेले ग्रहण न देखने दें।
Myth vs Science – क्या मानें, क्या नहीं?
ग्रहण को लेकर कई तरह की मान्यताएँ हैं। लेकिन विज्ञान इनके पीछे तार्किक जवाब देता है।
- मान्यता: ग्रहण के दौरान खाना-पीना नहीं चाहिए।
विज्ञान: यह परंपरा है, लेकिन वैज्ञानिक दृष्टिकोण से कोई नुकसान सिद्ध नहीं हुआ। - मान्यता: गर्भवती महिलाएँ ग्रहण में बाहर जाएँ तो शिशु पर असर पड़ता है।
विज्ञान: सीधा असर सिद्ध नहीं, लेकिन सावधानी के तौर पर घर में रहना बेहतर। - मान्यता: ग्रहण के बाद स्नान और दान करना चाहिए।
विज्ञान: स्नान से ताजगी मिलती है और दान समाज के लिए उपयोगी है।
FAQs – Surya Grahan 2025
Q. Surya Grahan Kab Lagega 2025 में?
Ans: 21 सितंबर 2025 को रात 10:59 बजे से आंशिक सूर्य ग्रहण शुरू होगा।
Q. क्या यह ग्रहण भारत में दिखाई देगा?
Ans: हाँ, भारत के अधिकांश हिस्सों में आंशिक रूप से दिखाई देगा।
Q. Surya Grahan का धार्मिक असर क्या होगा?
Ans: सूतक काल मान्य होगा, मंदिर बंद रहेंगे और दान-पुण्य करना शुभ रहेगा।
Q. Surya Grahan को सुरक्षित कैसे देखें?
Ans: केवल Solar Eclipse Glasses और फिल्टर वाले उपकरणों से देखें।
निष्कर्ष
21 सितंबर 2025 का Surya Grahan भारत और एशिया के लिए एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना है। वैज्ञानिक दृष्टि से यह अद्भुत है और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यह शुभ-अशुभ फल देने वाला माना गया है।
सभी लोगों से अनुरोध है कि ग्रहण को सही तरीके से देखें, धार्मिक परंपराओं का सम्मान करें और स्वास्थ्य व सुरक्षा को प्राथमिकता दें।
Disclaimer: यह लेख ज्योतिषीय मान्यताओं और वैज्ञानिक तथ्यों दोनों पर आधारित है। अंतिम निर्णय के लिए अपने ज्योतिषी या विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।