Sharad Purnima 2025: कब है 6 या 7 अक्टूबर?—तिथि, मुहूर्त, चंद्रोदय समय
Above-the-fold Info
पूर्णिमा तिथि: 6 अक्टूबर 12:23 PM → 7 अक्टूबर 9:16 AM
उत्सव: 6 अक्टूबर की रात को Sharad Purnima / Kojagiri मनाई जाएगी।
निशीथ पूजा मुहूर्त: लगभग 11:45 PM – 12:34 AM (शहर अनुसार अंतर संभव)।
चंद्रोदय समय: सामान्यतः 5:27 – 5:40 PM (city-wise vary)।
6 या 7 अक्टूबर का कंफ्यूजन?
कई लोग पूछते हैं—Sharad Purnima 2025 आखिर कब है? दरअसल तिथि 6 अक्टूबर दोपहर से शुरू होकर 7 अक्टूबर सुबह तक रहेगी। लेकिन चूंकि यह रात्रि-प्रधान पर्व है, इसलिए पूजा और उत्सव 6 अक्टूबर की रात को ही किया जाएगा।
कुछ पंचांगों में उदया तिथि 7 अक्टूबर भी दर्ज होगी, लेकिन परंपरागत रूप से 6 अक्टूबर की रात्रि ही मुख्य मानी जाती है।
बेहतर रहेगा कि आप अपने स्थानीय पंचांग या mobile app से निशीथ और चंद्रोदय समय verify कर लें।
Sharad Purnima पर क्या करें?
- रात्रि में लक्ष्मी पूजा और दीप जलाएं।
- चंद्रमा को अर्घ्य दें और मंत्र जप करें।
- खीर को रातभर चांदनी में रखें और सुबह प्रसाद के रूप में ग्रहण करें।
- दान-पुण्य, दीपदान और जागरण का भी विशेष महत्व है।
चंद्रोदय समय (उदाहरण)
नई दिल्ली: लगभग 5:30 PM
मुंबई / कोलकाता / चेन्नई: सामान्यतः 5:27 – 5:40 PM की विंडो (स्थानानुसार 2–8 मिनट का अंतर)।
इवेंट के दिन city-specific timing check करना न भूलें।
Kojagiri Purnima क्या है?
शरद पूर्णिमा की रात को ही कोजागिरी पूर्णिमा कहा जाता है। इस रात्रि को “कौन जाग रहा है?” (Ko-jagari) की मान्यता से जोड़ा जाता है। लोग रात्रि में जागरण करते हैं और मां लक्ष्मी की पूजा करते हैं।
Sharad Purnima और Kheer का महत्व
इस दिन बनाई गई खीर को रातभर खुले आसमान में रखकर चंद्रकिरणों से स्पर्श कराना शुभ माना जाता है। सुबह यह खीर प्रसाद के रूप में परिवार और भक्तों में वितरित की जाती है।
FAQs
Sharad Purnima 2025 kab hai? — 6 अक्टूबर की रात को मनाई जाएगी, तिथि 6 अक्टूबर 12:23 PM से 7 अक्टूबर 9:16 AM तक।
Kojagiri kya hai? — शरद पूर्णिमा की रात लक्ष्मी पूजा और जागरण को कोजागिरी कहते हैं।
Moonrise kab hoga? — लगभग 5:27–5:40 PM (city अनुसार अंतर)।
Sharad Purnima par kya karein? — लक्ष्मी पूजा, दीपदान, जागरण और खीर का प्रसाद प्रमुख हैं।
निष्कर्ष
Sharad Purnima 2025 तिथि को लेकर कंफ्यूजन हो सकता है, लेकिन मुख्य उत्सव 6 अक्टूबर की रात को ही मनाया जाएगा। सही मुहूर्त और चंद्रोदय समय के लिए अपने शहर का पंचांग जरूर देखें। Kojagiri रात्रि में लक्ष्मी पूजन और चांदनी में रखी खीर को प्रसाद रूप में ग्रहण करना इस पर्व का मुख्य आकर्षण है।
- Sharad Purnima 2025: तिथि, मुहूर्त और खीर का महत्व
- 6 या 7 अक्टूबर? Sharad Purnima 2025 का सही दिन कौन सा
- Kojagiri Purnima 2025: Moonrise timing और पूजा विधि
Disclaimer
यह जानकारी सार्वजनिक पंचांग और ज्योतिषीय संदर्भों पर आधारित है। शहर के अनुसार मुहूर्त और चंद्रोदय समय में फर्क हो सकता है। कृपया स्थानीय पंचांग से सत्यापन अवश्य करें।
Sources
Drik Panchang, regional media coverage, प्रमुख ज्योतिषीय पंचांग।
















