कोजागरी लक्ष्मी पूजा 2025: निशीथ काल मुहूर्त, पूजा विधि, समाग्री लिस्ट और अल्पना आइडिया
निशीथ काल मुहूर्त 2025
Kojagiri Puja 2025 का सबसे महत्वपूर्ण समय Nishita kaal यानी मध्यरात्रि पूजा मानी जाती है। इस वर्ष यह मुहूर्त लगभग 11:45 PM से 12:34 AM तक रहेगा। यह समय विशेषकर Sharad Purnima की रात मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए श्रेष्ठ माना जाता है।
दिल्ली संदर्भ के अनुसार यह समय मान्य है, हालांकि अलग-अलग शहरों में कुछ मिनट का फर्क हो सकता है। इसलिए स्थानीय Drik Panchang या Time & Date जैसे विश्वसनीय स्रोत से मिलान करना उचित रहेगा।
करवा चौथ से अलग Kojagiri का महत्व
बहुत से लोग पूछते हैं कि Kojagiri Puja 2025 और Diwali Lakshmi Puja में क्या अंतर है? दरअसल, Kojagiri की पूजा Sharad Poornima की रात होती है जबकि Diwali अमावस्या पर। दोनों ही लक्ष्मी आराधना से जुड़े हैं लेकिन Nishita kaal Lakshmi Puja setup केवल Kojagiri में किया जाता है।
पूजा सामग्री लिस्ट (Samagri List)
- कलश (जल, आम्रपल्लव/पान, नारियल)
- माता लक्ष्मी की प्रतिमा/चित्र
- दीया (घी/तेल), अगरबत्ती, धूप
- रोली, कुमकुम, अक्षत, पुष्प
- खीर (Kheer under moonlight on Kojagiri)
- मखाना, लावा/मुरमुरा, फल, मिठाई
- अल्पना (Alpana with Lakshmi footprints) बनाने की सामग्री
- चांदी/सोने/कॉपर कॉइन्स और नए नोट
स्टेप-बाय-स्टेप Lakshmi Puja vidhi
- स्नान और संकल्प: पूजा से पहले स्नान कर Nishita kaal में पूजा का संकल्प लें।
- अल्पना: दरवाजे और पूजास्थल पर Alpana with Lakshmi footprints बनाएं।
- कलश स्थापना: जल से भरा कलश रखें, आम्रपल्लव और नारियल से ढकें।
- माता लक्ष्मी अर्चना: पुष्प, अक्षत और नैवेद्य अर्पण कर मंत्रजप करें।
- चंद्र अर्घ्य: Kheer under moonlight on Kojagiri रखें और चंद्रमा को अर्घ्य दें।
- आरती और दीपदान: आरती कर दीप जलाएं और सामूहिक दीपदान करें।
- प्रसाद वितरण: खीर और मखाना सभी को प्रसाद स्वरूप दें।
बंगाल और महाराष्ट्र की परंपराएँ
बंगाल में Kojagiri को Kojagiri Lakshmi Puja steps 2025 खास अल्पना और शंखध्वनि के साथ किया जाता है। वहीं महाराष्ट्र में इसे Kojagiri Purnima कहते हैं और परिवार चांदनी रात में एकत्र होकर खीर खाते हैं।
अल्पना आइडिया (Alpana Designs)
चावल के घोल से गोलाकार पैटर्न, कमल और Alpana with Lakshmi footprints बनाए जाते हैं। आप रेडीमेड स्टैंसिल या फ्लोर डॉट ग्रिड का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
स्वास्थ्य और आध्यात्मिक मान्यता
मान्यता है कि Sharad Poornima की चांदनी औषधीय गुणों से भरपूर होती है। इसीलिए Kheer under moonlight on Kojagiri रखी जाती है, जिसे सुबह प्रसाद रूप में ग्रहण किया जाता है।
FAQs
Kojagiri Puja 2025 कब है?
6 अक्टूबर 2025 की रात Sharad Poornima पर, Nishita kaal 11:45 PM–12:34 AM के बीच।
Lakshmi Puja vidhi क्या है?
संकल्प → कलश स्थापना → लक्ष्मी अर्चना → चंद्र अर्घ्य → आरती और दीपदान → प्रसाद।
Alpana क्यों बनाते हैं?
यह लक्ष्मी माता के आगमन का प्रतीक है।
Internal & External Links
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Trusted Panchang: Drik Panchang reference
















