Janmashtami 2025 Puja Vidhi: व्रत, पूजा सामग्री और घर पर सजावट के आसान तरीके
Krishna Janmashtami 2025 का पर्व पूरे देश में भक्तिभाव और उत्साह के साथ मनाया जाएगा। इस साल जन्माष्टमी 14 अगस्त 2025 (गुरुवार) को मनाई जाएगी। यह दिन भगवान श्रीकृष्ण के जन्म का प्रतीक है और इसे विशेष रूप से मध्यरात्रि में पूजा करके मनाया जाता है।
Janmashtami 2025 Vrat Vidhi (व्रत विधि)
- सुबह स्नान और संकल्प: ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करें और व्रत का संकल्प लें।
- पूजा स्थल की सफाई: घर के मंदिर या पूजा स्थल को अच्छी तरह साफ करें।
- भगवान का जलाभिषेक: श्रीकृष्ण की प्रतिमा या तस्वीर को दूध, दही, शहद और गंगाजल से स्नान कराएं।
- भोग लगाना: माखन, मिश्री, पंजीरी, फल और अन्य प्रसाद अर्पित करें।
- मध्यरात्रि आरती: ठीक 12 बजे श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाएं और आरती करें।
Janmashtami 2025 Puja Samagri List (पूजा सामग्री सूची)
- श्रीकृष्ण की मूर्ति या तस्वीर
- पंचामृत (दूध, दही, शहद, घी, गंगाजल)
- तुलसी पत्ते
- माखन और मिश्री
- फल और मिठाई
- फूल और माला
- धूप, दीपक और कपूर
- आसन और कपड़ा
Ghar Par Decoration Ideas (घर पर सजावट के आसान तरीके)
अगर आप घर पर Janmashtami मना रहे हैं तो सजावट में कुछ विशेष ध्यान दें:
- मंदिर को फूलों और रंगीन लाइट से सजाएं।
- झूला (पालना) में बाल कृष्ण की मूर्ति रखें।
- दीवारों पर श्रीकृष्ण के जीवन से जुड़ी पेंटिंग्स लगाएं।
- रंगोली में मोरपंख, बांसुरी और माखन पोट की डिज़ाइन बनाएं।
Janmashtami 2025 Puja Muhurat (पूजा मुहूर्त)
| तारीख | दिन | निशिता काल पूजा समय |
|---|---|---|
| 14 अगस्त 2025 | गुरुवार | 12:03 AM से 12:47 AM (15 अगस्त) |
Janmashtami Special Prasad
Krishna Janmashtami पर बनाए जाने वाले खास प्रसाद में माखन-मिश्री, पंजीरी, पंचामृत, और फल शामिल हैं। यह प्रसाद भक्तों में बांटा जाता है और इसे भगवान को अर्पित करने के बाद ही ग्रहण किया जाता है।
Tips for Shubh Janmashtami Celebration
- व्रत के दौरान सात्विक आहार लें।
- पूजा में अवश्य तुलसी पत्तों का उपयोग करें।
- रात 12 बजे जन्मोत्सव मनाना न भूलें।
- सजावट में पर्यावरण-हितैषी सामग्री का उपयोग करें।
इस Janmashtami 2025 पर भक्तिभाव से पूजा करें और भगवान श्रीकृष्ण की कृपा प्राप्त करें। जय श्रीकृष्ण!












