किरायेदार से प्रेम, मां बच्चे को छोड़ भागी; 11 माह का मासूम वियोग में तड़पकर मर गया
पूरा मामला क्या है?
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ से एक बेहद दर्दनाक और इंसानियत को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है। एक महिला ने अपने 11 महीने के मासूम बच्चे को घर में अकेला छोड़ दिया और किरायेदार से प्रेम संबंध के चलते उसके साथ फरार हो गई। बच्चा लगातार 12 दिनों तक मां के इंतजार में रोता रहा, बीमार होता गया और आखिरकार इलाज के अभाव में तड़प-तड़पकर उसकी मौत हो गई।
यह घटना कहां और कब की है?
यह घटना अलीगढ़ के क्वार्सी थाना क्षेत्र की है। महिला 27 जून 2025 को अपने किरायेदार और शादीशुदा प्रेमी राहुल के साथ फरार हो गई थी। बच्चे की मौत लगभग 12 दिन बाद हुई, जिसकी पुष्टि 9 जुलाई को हुई।
महिला और किरायेदार के बीच क्या रिश्ता था?
महिला, अपने पति और बच्चे के साथ मकान के निचले हिस्से में रहती थी। वहीं, किराए पर रहने वाला राहुल ऊपर के हिस्से में अपनी पत्नी और बच्चों के साथ रह रहा था। इसी दौरान महिला और राहुल के बीच नजदीकियां बढ़ती गईं। बताया जा रहा है कि दोनों के बीच लंबे समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था।
बच्चा कैसे मरा?
जब महिला भाग गई तो मासूम बच्चा घर में अकेला रह गया। पड़ोसियों के अनुसार, बच्चा लगातार रोता रहा और धीरे-धीरे उसकी तबीयत खराब होती गई। इलाज के बिना और किसी का सहारा न मिलने के कारण वह बच्चा तड़पता रहा और अंततः उसकी मौत हो गई। यह पूरी घटना न केवल परिवार, बल्कि पूरे मोहल्ले को झकझोर देने वाली थी।
सोशल मीडिया पर कैसी प्रतिक्रिया मिली?
जैसे ही यह मामला सामने आया, सोशल मीडिया पर आक्रोश की लहर दौड़ गई। लोग इस घटना को ‘मां’ जैसे पवित्र रिश्ते को कलंकित करने वाली बता रहे हैं। ट्विटर और फेसबुक पर यूज़र्स ने लिखा कि “किसी भी महिला की आज़ादी का मतलब ये नहीं कि वो अपने बच्चे को मरने के लिए छोड़ दे।”
क्या कह रहे हैं लोग?
- इस महिला ने सिर्फ पत्नी और मां का ही नहीं, इंसानियत का भी गला घोंटा है।
- प्रेम ठीक है, लेकिन एक मासूम की जान कीमत नहीं हो सकती।
- ऐसे मामलों में कानून को कड़ी से कड़ी सज़ा देनी चाहिए।
पुलिस जांच में क्या सामने आया?
राहुल की पत्नी ने भी अपने पति पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं—जैसे कि कई महिलाओं से संबंध और घरेलू हिंसा। दोनों पक्षों ने SSP कार्यालय में शिकायतें दर्ज कराई हैं। पुलिस का कहना है कि महिला और राहुल के फरार होने के बाद बच्चे की स्थिति गंभीर होती गई और कोई उसे अस्पताल तक नहीं ले गया।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और दोनों की तलाश जारी है। राहुल और महिला के खिलाफ गैर-जमानती धाराओं में केस दर्ज किया गया है।
निष्कर्ष
यह घटना सिर्फ एक परिवार की त्रासदी नहीं है, बल्कि समाज को आईना दिखाने वाला एक ज्वलंत उदाहरण है। जब निजी इच्छाएं सामाजिक और नैतिक ज़िम्मेदारियों पर भारी पड़ने लगें, तो उसका अंजाम कितना भयानक हो सकता है—यह मामला उसी की मिसाल है।
एक मासूम ने अपनी मां की ममता के लिए दम तोड़ दिया। यह सिर्फ एक अपराध नहीं, एक पूरी पीढ़ी के भविष्य के खिलाफ किया गया अपराध है।
⚠️ डिस्क्लेमर
यह लेख सिर्फ जागरूकता और सूचना के उद्देश्य से है। इसमें दी गई जानकारी विभिन्न सार्वजनिक मीडिया स्रोतों पर आधारित है। हमारा उद्देश्य किसी भी व्यक्ति या संस्था की छवि को नुकसान पहुँचाना नहीं है।
















