राकेश रोशन ने बताया कि ‘कृष’ में Hrithik Roshan का Krrish mask बनाने में करीब छह महीने लगे। यह wax mask था, इसलिए शूट के दौरान इसे ठंडा रखने के लिए 24×7 AC bus सेट पर खड़ी रहती थी। गर्मी या लाइट की वजह से मास्क 3–4 घंटे में नरम होने लगता, तब Hrithik नया मास्क पहन लेते थे।
छह महीने कैसे लगे?
टीम कई डिजाइनों पर काम करती रही—आंखों की कटिंग, नोज ब्रिज और गालों का कर्व ऐसा रखा गया कि चेहरा natural लगे और सुपरहीरो वाला look बना रहे। बार‑बार ट्रायल के बाद final shape तय हुआ।
wax mask वाली दिक्कत
wax mask दिखने में smooth होता है, पर heat‑sensitive भी। इसी वजह से मास्क को हमेशा ठंडी जगह रखना पड़ता था। सेट पर 24×7 AC bus में ही मास्क की स्टोरेज, तैयारी और जल्दी‑से बदलने की सुविधा रहती थी।
कॉस्ट्यूम भारी था
कृष का ऑल‑ब्लैक आउटफिट लेयरिंग और पैडिंग की वजह से heavy था। इसलिए एक्शन से पहले वार्म‑अप, हाइड्रेशन और छोटे‑छोटे टेक्स में शूट करना बेहतर रहता था, ताकि safety और performance दोनों सही रहें।
क्या मकसद था डिजाइन का?
- पहचानने योग्य सिल्हूट—कम डिज़ाइन, पर तेज eye‑cut ताकि तुरंत पहचान बने।
- भावनाएँ दिखें—आंख‑भौंह वाला हिस्सा कुछ हद तक खुला रहे।
- जल्दी पहन‑उतार सकें—mid‑shoot quick swap आसान रहे।
फ्रेंचाइज़ की बात
‘कृष’ 2006 में आई थी, ‘कोई मिल गया’ का सीक्वल। तीसरी फिल्म 2013 में आई। इस साल ‘Krrish 4’ की घोषणा के बाद फिर से चर्चा तेज है।
मुख्य बातें एक नजर में
- Design ~6 months; कई प्रोटोटाइप के बाद final look तय।
- wax mask को ठंडा रखने के लिए 24×7 AC bus—set पर constant support।
- heavy costume+mask के साथ safety और stamina पर खास ध्यान।
नोट: यह जानकारी पब्लिक इंटरव्यू/व्लॉग में साझा बातों पर आधारित आसान सार है।
















