Janmashtami Kab Hai 2025? कृष्ण जन्माष्टमी की सही Date & Puja Muhurat
भारत में हर साल कृष्ण जन्माष्टमी बड़े उत्साह और भक्ति भाव से मनाई जाती है। भक्तजन इस दिन भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव को निशिता काल (मध्यरात्रि) में मनाते हैं। बहुत लोग Google पर खोजते हैं — Janmashtami Kab Hai 2025, Krishna Janmashtami Puja Muhurat या Janmashtami ki sahi tareekh — ताकि पूजा सही समय पर कर सकें। इस आर्टिकल में हम आपको 2025 की सही तारीख, मुहूर्त, पूजा विधि और खास बातों की पूरी जानकारी देंगे।
Janmashtami 2025 Date & Time
कृष्ण जन्माष्टमी 2025 इस बार गुरुवार, 14 अगस्त 2025 को मनाई जाएगी। इस दिन पूरे भारत में मंदिर सजाए जाएंगे और बाल गोपाल का जन्मोत्सव निशिता मुहूर्त में किया जाएगा।
- अष्टमी तिथि आरंभ: 14 अगस्त 2025, सुबह 08:23 बजे
- अष्टमी तिथि समाप्त: 15 अगस्त 2025, सुबह 10:05 बजे
- निशिता पूजन मुहूर्त: 14 अगस्त 2025, रात 11:57 बजे से 15 अगस्त, रात 12:42 बजे तक
- अवधि: 45 मिनट
ध्यान दें: उपरोक्त समय पंचांग के अनुसार है, और स्थान के अनुसार थोड़े बहुत बदलाव संभव हैं। अपने शहर का स्थानीय समय अवश्य देखें।
Janmashtami 2025 Puja Vidhi (Step-by-Step)
जन्माष्टमी पर पूजा-विधि बहुत महत्वपूर्ण होती है। अगर आप Krishna Janmashtami puja kaise kare खोज रहे हैं, तो यहां स्टेप-बाय-स्टेप गाइड है:
- सुबह स्नान करें और व्रत का संकल्प लें।
- पूजा स्थल को साफ करें और फूलों व आम्रपत्र से सजाएं।
- बाल गोपाल की मूर्ति या तस्वीर को सुंदर वस्त्र पहनाएं।
- पूरे दिन भजन-कीर्तन करें और उपवास रखें।
- रात के निशिता मुहूर्त में भगवान का अभिषेक दूध, दही, शहद, घी और गंगाजल से करें।
- माखन-मिश्री, फल और पंचामृत का भोग लगाएं।
- आरती करें और जन्मोत्सव मनाएं।
Janmashtami Special Prasad
जन्माष्टमी पर माखन-मिश्री, पंजीरी, पंचामृत और फल भोग लगाना शुभ माना जाता है। आप घर पर आसानी से Janmashtami prasad recipe बना सकते हैं:
- पंजीरी: गेहूं का आटा घी में भूनकर उसमें पिसी शक्कर और सूखे मेवे मिलाएं।
- माखन-मिश्री: ताजा मक्खन में मिश्री मिलाकर बाल गोपाल को भोग लगाएं।
- पंचामृत: दूध, दही, घी, शहद और गंगाजल को मिलाकर तैयार करें।
Dahi Handi 2025
महाराष्ट्र और अन्य कई राज्यों में जन्माष्टमी के अगले दिन दही हांडी का आयोजन होता है। इसमें युवाओं की टीमें मानवी पिरामिड बनाकर ऊँचाई पर टंगी मटकी फोड़ती हैं। यह आयोजन भगवान कृष्ण की माखन-चोरी की लीलाओं को दर्शाता है और पूरे माहौल में उत्साह भर देता है।
Famous Janmashtami Celebrations
अगर आप Janmashtami celebrations in Mathura & Vrindavan देखना चाहते हैं, तो 2025 में यहां का नज़ारा और भी भव्य होगा। मंदिरों में झांकियां, रासलीला और भव्य सजावट होती है। मथुरा, वृंदावन, द्वारका और इस्कॉन मंदिरों में हजारों भक्त शामिल होते हैं।
Janmashtami 2025 Vrat Katha
कथा के अनुसार, द्वापर युग में भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष अष्टमी को मध्यरात्रि में भगवान विष्णु ने श्रीकृष्ण के रूप में देवकी के गर्भ से जन्म लिया। उन्होंने मथुरा में जन्म लेकर कंस का वध किया और धर्म की पुनर्स्थापना की।
सावधानियां और टिप्स
- व्रत के दौरान सात्त्विक भोजन करें।
- पूजा से पहले स्नान अवश्य करें।
- निशिता मुहूर्त का पालन करें, ताकि पूजा का फल पूर्ण मिले।
- यदि स्वास्थ्य कारणों से उपवास कठिन है, तो फलाहार लें।
निष्कर्ष
Janmashtami Kab Hai 2025 — अब आप जान गए कि यह शुभ पर्व 14 अगस्त 2025 को मनाया जाएगा। सही मुहूर्त, पूजा विधि और भोग की तैयारी कर लें, ताकि आप भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति में पूरी श्रद्धा से शामिल हो सकें।
Disclaimer: यह लेख सामान्य जानकारी के लिए है। सटीक मुहूर्त और समय के लिए अपने स्थानीय पंचांग या मंदिर से पुष्टि करें।












