39 रुपये लगाकर सो गया; सुबह नींद खुली तो 4 करोड़ जीत चुका था!
उत्तर प्रदेश के कौशांबी ज़िले से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है। एक मामूली मज़दूर मंगल सरोज ने केवल 39 रुपये लगाकर एक गेमिंग ऐप पर टीम बनाई थी। रात को सोने गया और जब सुबह नींद खुली, तो देखा कि उसकी किस्मत पलट चुकी है — वो 4 करोड़ रुपये जीत चुका था।
पूरा मामला क्या है?
यह घटना कौशांबी जिले के एक छोटे से गांव की है, जहां रहने वाले मंगल सरोज पहले एक प्लाईवुड फैक्ट्री में मजदूरी किया करते थे। रोजाना की मेहनत और तंगी से परेशान होकर उन्होंने गेमिंग ऐप पर ₹39 में टीम बनाई थी। उन्होंने किसी क्रिकेट गेमिंग ऐप पर हिस्सा लिया और उम्मीद नहीं थी कि कोई इनाम मिलेगा। रात को मोबाइल बंद करके सो गए, लेकिन जब सुबह नींद खुली और ऐप खोला, तो देखा कि उनकी बनाई टीम ने ₹4 करोड़ जीत लिए हैं।
ये खबर सिर्फ उनके घर तक ही सीमित नहीं रही, बल्कि गांव से निकलकर सोशल मीडिया और फिर पूरे राज्य में वायरल हो गई। इस घटना ने कई लोगों को चौंका दिया, खासकर उनके जैसे मजदूरों को, जो दिन-रात मेहनत करके भी कभी इतनी रकम के बारे में सोच नहीं सकते।
मंगल सरोज कौन हैं?
मंगल सरोज एक साधारण ग्रामीण पृष्ठभूमि से आते हैं। वो एक मध्यमवर्गीय दलित परिवार से ताल्लुक रखते हैं और काफी समय से मेहनत-मजदूरी करके अपने परिवार का पेट पाल रहे थे। गांव में उनकी पहचान एक ईमानदार और मेहनती व्यक्ति के रूप में है। उनके पास स्मार्टफोन कुछ साल पहले ही आया था और उन्हें टेक्नोलॉजी की ज्यादा समझ नहीं थी।
किस्मत ने एक रात में उन्हें अर्श पर पहुँचा दिया। उनके परिवार में माता-पिता, पत्नी और दो छोटे बच्चे हैं। उनके पास खुद की ज़मीन या बड़ा मकान नहीं है।
टैक्स कटने के बाद कितने पैसे मिलेंगे?
सरकारी इनकम टैक्स नियमों के अनुसार, इतनी बड़ी राशि पर करीब 30% टैक्स लगता है। यानी कि 4 करोड़ में से करीब 1.2 करोड़ टैक्स के रूप में कट जाएंगे। इसके बाद मंगल सरोज को लगभग ₹2.8 करोड़ की नेट राशि मिलेगी।
हालांकि अभी तक ऐप की ओर से आधिकारिक राशि ट्रांसफर नहीं हुई है, लेकिन कंपनी की ओर से उन्हें पुष्टि मिल गई है। वे कागजी प्रक्रिया पूरी कर रहे हैं ताकि जल्द से जल्द पैसा उनके खाते में आ सके।
अब क्या कर रहे हैं मंगल सरोज?
जीत की खबर फैलते ही पूरे गांव में बधाइयों की बाढ़ आ गई। पड़ोसी, रिश्तेदार और गांव के लोग उन्हें बधाई देने के लिए उनके घर पहुंचने लगे। कुछ लोग मिठाई लेकर आए तो कुछ लोग तस्वीरें और वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर करने लगे।
मंगल सरोज ने मीडिया को बताया कि वे अब मजदूरी नहीं करेंगे और अपनी खुद की दुकान या छोटा बिजनेस शुरू करने का प्लान बना रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि वो अपने बच्चों की पढ़ाई पर पूरा ध्यान देंगे और गांव में एक पक्का मकान भी बनवाएंगे।
गांव वालों और रिश्तेदारों की प्रतिक्रिया
गांव के लोग इस घटना से बहुत खुश हैं लेकिन साथ ही थोड़े चकित भी। कुछ लोगों का मानना है कि मंगल की मेहनत और ईमानदारी का फल मिला है, वहीं कुछ लोग इसे “किस्मत का खेल” कह रहे हैं।
उनके एक पड़ोसी रमेश यादव ने कहा, “हम मंगल को बचपन से जानते हैं। वो बहुत सीधा-साधा लड़का है। जब सुना कि वो करोड़पति बन गया है तो पहले विश्वास नहीं हुआ।”
वहीं उनके चचेरे भाई ने बताया कि अब पूरा परिवार मंगल को लेकर चिंतित भी है, क्योंकि अचानक इतनी बड़ी राशि आ जाने से लोगों की नज़रें भी बदल सकती हैं।
सोशल मीडिया पर कैसा है माहौल?
यह खबर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है। ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर लोग मंगल की किस्मत और उनकी सादगी की तारीफ कर रहे हैं।
- किसी ने लिखा – “यह तो फिल्मी कहानी जैसी लगती है।”
- एक यूजर ने कहा – “हम भी अब ₹39 की टीम बनाएंगे।”
- कुछ लोग यह भी पूछ रहे हैं कि “कौन सा ऐप है ये?”
हालांकि इसी के साथ बहुत से लोग यह भी कह रहे हैं कि ऐसी खबरों से ग़लत उम्मीदें नहीं पालनी चाहिए।
ऐसी जीत की सच्चाई क्या होती है?
हालांकि ये खबर पब्लिक प्लेटफॉर्म्स और सोशल मीडिया पर फैली है, लेकिन इसकी पुष्टि किसी सरकारी या प्रमाणित एजेंसी ने नहीं की है। यह भी संभव है कि यह किसी प्रमोशनल अभियान का हिस्सा हो या फिर किसी गेमिंग ऐप की मार्केटिंग रणनीति हो।
ऐसे मामलों में अकसर देखा गया है कि ब्रांड्स और ऐप्स जानबूझकर ऐसी कहानियाँ फैलाते हैं ताकि यूज़र्स उनके प्लेटफॉर्म पर जाएं और पैसा लगाएं।
कानूनी चेतावनी और सुझाव
ऐसे गेमिंग ऐप्स में जीत की संभावना बहुत कम होती है। इनमें शामिल होना पूरी तरह आपकी ज़िम्मेदारी है। बहुत से लोग इसमें पैसे हार भी जाते हैं। इसलिए किसी भी ऐप पर पैसे लगाने से पहले अपने रिस्क को समझें।
भारत सरकार ने भी कई बार ऑनलाइन सट्टा और गेमिंग को लेकर चेतावनी जारी की है। कुछ राज्यों में इसे पूरी तरह बैन भी किया गया है।
निष्कर्ष
चाहे ये खबर 100% सच हो या न हो, पर ये दिखाता है कि कैसे किस्मत कभी-कभी अचानक बदल सकती है। लेकिन साथ ही ध्यान देना चाहिए कि ऐसे गेमिंग ऐप्स में जोखिम भी होता है, और यह किसी को प्रेरित करने के उद्देश्य से नहीं लिखा गया है।
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Disclaimer:
हम इस खबर की सच्चाई का दावा नहीं करते। स्रोत सोशल मीडिया और पब्लिक न्यूज़ प्लेटफॉर्म्स हैं। कृपया अपनी तरफ से पुष्टि अवश्य करें। यह स्टोरी किसी ऐप या गेमिंग प्लेटफॉर्म का प्रचार नहीं है।
















